Baran News:- जल संरक्षण के पथ पर बारां: जल शक्ति अभियान के तहत हुई जमीनी प्रगति की समीक्षा
महिला सशक्तिकरण से लेकर भूजल रिचार्ज तक, गांव-गांव में बदलाव की तस्वीर
बारां। जल ही जीवन है—इसी मूलमंत्र को साकार करने की दिशा में बारां जिले में जल शक्ति अभियान 2025 के अंतर्गत व्यापक प्रयास जारी हैं। रविवार को केंद्रीय नोडल अधिकारी विनम्र मिश्रा (निदेशक, एमएसएमई) और रेणुका मेहर (भूजल विभाग) ने जिले के कई क्षेत्रों में जल संरक्षण एवं पर्यावरणीय सुधार से जुड़े कार्यों का स्थल निरीक्षण किया।
शुरुआत ग्राम फतेहपुर से
निरीक्षण की शुरुआत ग्राम पंचायत फतेहपुर से हुई, जहां स्वयं सहायता समूह द्वारा संचालित सेनेटरी पॅड निर्माण यूनिट का अवलोकन किया गया। मिश्रा ने इस पहल को महिला सशक्तिकरण और ग्रामीण स्वास्थ्य जागरूकता की दिशा में एक अनुकरणीय प्रयास बताया।
संबलपुर: जल संचयन के नवाचार
इसके बाद टीम ग्राम पंचायत संबलपुर पहुंची, जहां पंचायती राज विभाग द्वारा तालाब रिनोवेशन और रिचार्ज शाफ्ट निर्माण कार्यों का जायजा लिया गया। वर्षा जल संग्रहण और भूजल स्तर बढ़ाने की दिशा में इन कार्यों को अत्यंत प्रभावी माना गया।
अटल भूजल योजना: एनीकट बना वरदान
ग्राम संबलपुर में ही जलग्रहण विकास विभाग द्वारा अटल भूजल योजना के तहत बनाए गए एनीकट का निरीक्षण किया जिसे सिंचाई और भूजल पुनर्भरण के लिए बेहद उपयोगी बताया गया।
कुंडी: हरित क्रांति की बुनियाद
ग्राम कुंडी में चारागाह विकास कार्यों की समीक्षा के दौरान अधिकारियों ने कार्य की सराहना करते हुए इसे पशुपालन और हरित क्षेत्र विस्तार का मजबूत आधार बताया।
नारगढ़: पॉलीहाउस से तकनीकी खेती की ओर
ग्राम पंचायत नारगढ़ में उद्यान विभाग द्वारा विकसित पॉलीहाउस का अवलोकन किया गया। मिश्रा ने कहा कि यह पहल ग्रामीण क्षेत्रों में बागवानी को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से आगे बढ़ाने का मार्ग प्रशस्त करती है।
जल जीवन मिशन और कृषि नवाचार
जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग द्वारा घर-घर जलापूर्ति योजनाओं तथा कृषि विभाग की अनुदानित पाइपलाइन योजना का निरीक्षण भी किया गया, जिससे ग्रामीणों को शुद्ध जल और सिंचाई सुविधा सुलभ हो रही है।
भंवरगढ़: वन विभाग की हरित पहल
अंत में भंवरगढ़ की नर्सरी में वन विभाग द्वारा संचालित पौधरोपण गतिविधियों का निरीक्षण किया गया, जो पर्यावरण संतुलन और जैव विविधता के लिए महत्वपूर्ण कदम हैं।
निरीक्षण के दौरान जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधीक्षण अभियंता आलोक गुप्ता, कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक धनराज मीणा, उद्यान विभाग के उप निदेशक तथा वन विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।
इस अवसर पर मिश्रा ने कहा कि “जमीनी कार्यों की पारदर्शिता और गुणवत्ता से ही जल संरक्षण जैसे राष्ट्रीय अभियान को जन-आंदोलन में बदला जा सकता है।”