बारां जिले के भंवरगढ़ बाईपास पर उस समय अफरा-तफरी मच गई जब कोटा डिपो की एक सवारियों से भरी रोडवेज बस तेज बहाव वाले भंवरगढ़ नाले में फंस गई। नाले में पानी का बहाव 4 फीट से भी अधिक था, लेकिन चालक ने जोखिम उठाते हुए बस को पार कराने की कोशिश की। नतीजतन बस बीच नाले में ही फंस गई, जिससे बस में सवार यात्रियों में हड़कंप मच गया।
यात्रियों की चीख-पुकार सुनकर आसपास के ग्रामीण मौके पर पहुंचे और तत्काल प्रशासन को सूचना दी गई। राहत कार्य के लिए ट्रैक्टर बुलाए गए। करीब आधे घंटे की मशक्कत के बाद ट्रैक्टरों की सहायता से बस को सुरक्षित बाहर निकाला गया। हालांकि, रेस्क्यू के बाद बस खराब हो गई, जिससे यात्रियों को दूसरी बस के जरिए उनके गंतव्य तक पहुंचाया गया।
इस पूरी घटना में गनीमत यह रही कि कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन अगर थोड़ी सी भी चूक होती तो बड़ा हादसा हो सकता था। लोगों का कहना है कि यह पूरी तरह चालक की लापरवाही का परिणाम था। घटना के बाद स्थानीय लोगों ने प्रशासन से ऐसे जोखिम भरे रास्तों पर चेतावनी बोर्ड और सुरक्षा उपाय लगाने की मांग की है।