Baran News :- नेशनल हाईवे पर जानलेवा गड्ढा: लापरवाही का ‘जीवंत स्मारक’ बना कवाई चौराहा
कवाई कस्बे के मुख्य चौराहे पर नेशनल हाईवे-90 पर बना गहरा और चौड़ा गड्ढा अब केवल एक सड़क दोष नहीं, बल्कि प्रशासनिक उदासीनता और जनप्रतिनिधियों की संवेदनहीनता का प्रतीक बन चुका है। यह चौराहा कोई आंतरिक गली नहीं, बल्कि कस्बे की सबसे व्यस्त जगहों में गिना जाता है, जहां से चौबीसों घंटे दोपहिया, चारपहिया और भारी वाहन गुजरते हैं।
स्थानीय लोग कर चुके हैं कई बार शिकायत –
स्थानीय नागरिक गोविंद साहू, अंकुश बिंदल, पवन साहू, हेमराज गौतम, अंकुर मंगल आदि का कहना है कि वे पिछले कई महीनों से इस गड्ढे की जानकारी संबंधित विभागों और जनप्रतिनिधियों को दे रहे हैं, लेकिन आज तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। दुकानदार मनीष साहू ने बताया कि रात के समय यह गड्ढा बाइक सवारों के लिए जानलेवा बन जाता है। कई लोग पहले ही घायल हो चुके हैं।
बारिश में और बढ़ जाता है खतरा –
बारिश के मौसम में गड्ढे में पानी भर जाता है, जिससे सड़क और गड्ढे में फर्क करना मुश्किल हो जाता है। नतीजा – राहगीर गिरकर घायल हो जाते हैं। हेमराज गौतम बताते हैं कि यह गड्ढा पहले छोटा था, लेकिन अब इतना गहरा और चौड़ा हो चुका है कि बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकता है।
नेशनल हाईवे पर लापरवाही क्यों?
अंकुर मंगल ने सवाल उठाते हुए कहा, “यह कोई गली का मोड़ नहीं, बल्कि नेशनल हाईवे है, जहां सुरक्षा और गुणवत्ता की जिम्मेदारी सबसे अधिक होती है, लेकिन यहां महीनों से यह गड्ढा जस का तस पड़ा है। प्रशासन क्या किसी बड़ी दुर्घटना का इंतजार कर रहा है?”
निष्कर्ष:
यह गड्ढा सिर्फ एक सड़क पर हुआ खराबा नहीं, बल्कि सिस्टम की असंवेदनशीलता और जवाबदेही के अभाव का आईना है। प्रशासन यदि अब भी नहीं जागा, तो यह गड्ढा आने वाले समय में और भी जानें ले सकता है।
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