आक्रोश की आग में झुलसे परिजन, छबड़ा हादसे ने छोड़े गहरे जख्म
छबड़ा, बारां।
छबड़ा कस्बे में हाल ही में हुए दर्दनाक हादसे ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है। जहां एक ओर परिजन अपने अपनों को खोने के ग़म से टूटे हुए हैं, वहीं प्रशासन की कार्रवाई ने उनके जख्मों पर नमक छिड़कने जैसा काम किया है। हादसे के बाद लोगों में ग़ुस्सा और आक्रोश साफ दिखाई दे रहा है।
गुरुवार को हुए इस हादसे में कई लोगों की जान चली गई और कई घायल हुए। शोक की इस घड़ी में उम्मीद थी कि प्रशासन सहानुभूति दिखाएगा और पीड़ित परिवारों को राहत पहुंचाई जाएगी, लेकिन इसके विपरीत परिजनों पर ही कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई।
पीड़ितों का कहना है कि वे पहले ही अपने घर के चिराग खो चुके हैं और अब उन पर मुकदमे दर्ज कर प्रशासन ने मानो दोहरी सज़ा दे दी है। लोगों में इस बात को लेकर भारी नाराजगी है कि जिम्मेदार अधिकारियों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई, जबकि परिजन ही कठघरे में खड़े हैं।
स्थानीय लोगों ने प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं और निष्पक्ष जांच की मांग की है। कई सामाजिक संगठनों और जनप्रतिनिधियों ने भी इस घटना पर दुख जताते हुए पीड़ितों को न्याय दिलाने की मांग की है।
इस हादसे ने न सिर्फ कई जिंदगियां उजाड़ दीं, बल्कि प्रशासन और जनता के बीच भरोसे की दीवार को भी हिला दिया है। अब सभी की निगाहें इस पर टिकी हैं कि क्या पीड़ितों को न्याय मिलेगा या ये आक्रोश और पीड़ा यूं ही इतिहास के पन्नों में दब कर रह जाएगी