Baran news – यह घटना छीपाबड़ौद क्षेत्र के गुलखेड़ी गांव की है, जहां बाईपास रोड पर जगह-जगह फैली राख के ढेर अब स्थानीय लोगों और जानवरों के लिए गंभीर मुसीबत बन चुके हैं। बीते 28 तारीख की सुबह एक पालतू भैंस इस राख के ढेर में फंस गई। भैंस लगभग चार फीट नीचे तक धंस चुकी थी, जिसे गांववालों ने काफी मशक्कत के बाद बाहर निकाला। यह घटना न केवल चिंता का विषय है, बल्कि प्रशासन की लापरवाही भी उजागर करती है।
स्थानीय भाजपा युवा मोर्चा अध्यक्ष नवल मेहता ने बताया कि यह पहली बार नहीं है जब ऐसा हादसा हुआ हो। गांव में आए दिन पालतू जानवर और कभी-कभी लोग भी इन राख के ढेरों में फंस जाते हैं। यह राख संभवतः आसपास के औद्योगिक या निर्माण कार्यों की देन है, जिसे बिना किसी व्यवस्था के खुले में फेंका जा रहा है। ऐसे में बच्चों, बुजुर्गों और मवेशियों की सुरक्षा खतरे में पड़ रही है
ग्रामीणों ने प्रशासन से कई बार शिकायत की है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। नवल मेहता ने प्रशासन से अपील की है कि जल्द से जल्द इन राख के ढेरों को हटाया जाए और इस तरह की लापरवाही पर रोक लगाई जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों। ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाना अब जरूरी हो गया है।